कॉरपोरेट रिपोर्टिंग : कंपनी जो बताए वह विज्ञापन, जो छुपाए वह है खबर
शशि झा। मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा जाता रहा है। पर विडंबना यह है कि प्रिंट से लेकर इलैक्ट्रानिक तक कमोबेश इनके सभी अहम समूहों के मालिक बड़े पूंजीपति, उद्योगपति और बड़े बिजनेसमैन रहे हैं। कोढ़ मे खाज यह है कि पिछले कुछ वर्षों में चिट फंड, रियल ...
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